।। भजन ।।
श्रीमन्नारायण भगवान प्राप्तिके, तीन मंत्र आधार ।।टेक।।
प्रथम सनातन मूल मंत्र है, द्वितीय श्रीद्वय मंत्र रत्न है ।
चरम श्लोक तृतीय बताये, वेद शास्त्र आधार ।।१।।
उपदेशे बदरीकाश्रम में, द्वितिय कहे श्रीविष्णु लोकमें ।
तृतीय उभय सेना के मध्य में, गीता के करतार ।।२।।
नर को श्रीबद्रीकाश्रम में, लक्ष्मी को वैकुण्ठ लोक में ।
अर्जुन को श्रीकुरुक्षेत्र में, मुमुक्षुन प्राण अधार ।।३।।
रहस्यत्रय की महिमा भारी, प्रपन्न लोगन के हितकारी ।
श्रीवैष्णव को दास गात जस, ये ही हैं आधार ।।४।।
श्रीमन्नारायण भगवान...